दुर्गाजी मंदिरके 35वें स्थापना दिवस पर 7 समाजसेवियों का सेवा सम्मान.
लखनऊ,श्री दुर्गाजी मंदिर की ३४ वर्ष पूर्व जगन्नाथ जी की रथ यात्रा के शुभ पर्व पर स्थापना जगतगुरु शंकराचार्य जी के करकमलों द्वारा हुई थी, तब से मंदिर लगातार सेवा और धर्म के कार्य करता आ रहा है. सर्वश्री ताराचंद अगरवाल, रामनरेश मिश्र, पवन अगरवाल, रामकिशन जैसवाल, राजेंद्र गोयल, जैसे अनेक मंदिर कार्यकर्ता अपने अपने सेवा कार्य लगन एवं निष्ठा से कर रहें है.
प्रातः से ही मंदिर में उत्सव आरम्भ हो गए, सबसे पहले कार्यकर्ताओं ने अनेक पोधे लेकर शोभायात्रा की, अनेक स्लोगनो के माध्यम से पोधे लगाने की लोगो से अपील की गयी थी, तत्पश्चात वे पौधे मंदिर के तुलसी उद्यान में रोपित किये गए. हवन एवं भंडारे का भी आयोजन हुआ. सांयकाल की सभा में भजन कीर्तन के पश्चात गीता परिवार लखनऊ द्वारा गीता पाठ किया गया तथा आशु गोयल ने गीता पर उद्बोधन में गीता को प्रत्येक व्यक्ति को पढने एवं समझने के लिए प्रेरित किया. गीता मनुष्य को कर्म, ज्ञान और भक्ति की त्रिवेणी में स्नान करा कर जीवन का सही मार्गनिर्देशन करती है.
अयोध्या से आये हुए संतो में से पूज्य सतेंद्रदास जी महाराज ने समाजसेवा को मंदिरों द्वारा किया जाने वाला सर्व श्रेष्ठ कार्य बताया. भगवान का भजन और समाज की सेवा ये दोनों मिलकर मानव जीवनके लक्ष्य को पूर्ण करती हैं.
पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा द्वारा दुर्गा मंदिर के 35 वें स्थापना दिवस के अवसर पर समाजसेवियों का सम्मान हुआ जिसमें पूर्व डीआईजी राजेश राठौर, ओज कवि मुकेशानंद, चिरंजीव सिन्हा, रंजीत सिंह, वर्षा वर्मा, डॉ० अनिल रस्तोगी, डॉ राजेंद्र लोचन , कृष्णानंद राय शामिल थे।इसके साथ श्री दुर्गा मंदिर के द्वारा चलाए जा रहे
धन्वंतरी चिकित्सालय में लोगों का इलाज किया जाता है इसके साथ गरीब और असहाय लोगों को इलाज के साथ अनाज विकेट भी उपलब्ध कराई जाती है।जनप्रतिनिधि श्री रजनीश गुप्ता भी अनेक गणमान्यो के साथ उपस्तिथ रहे।




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