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योगी सरकार ने 25 से 27 मार्च तक पूरे यूपी को लॉकडाउन करने की तैयारी की

कोरोना वायरस को खतरे को देखते हुए प्रदेश सरकार ने 25 से 27 मार्च तक पूरे यूपी को लॉकडाउन करने की तैयारी की है। उन्होंने जनता से भयभीत न होने की अपील की है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता से भयभीत न होने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यक चीजों की बिल्कुल भी कमी नहीं होने दी जाएगी। अनावश्यक मास्क न लगाएं। दवा की दुकानें खुली रहेंगी। लॉकडाउन से जरूरी सुविधाएं बिल्कुल भी प्रभावित नहीं होंगी। उन्होंने सामाजिक और व्यापारिक संगठनों से अपील की है कि वे इस लॉकडाउन का समर्थन करें क्योंकि यही सुरक्षा का एकमात्र विकल्प है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 35 लाख श्रमिकों को 1000 रुपये प्रतिमाह भत्ता दिया जाएगा। जल्द से जल्द दिहाड़ी मजदूरों के खाते में डीबीटी के माध्यम से एक साथ एक-एक हजार रुपये की सहायता राशि भेजी जाएगी। ठेला-खोमचा व रेहड़ी वालों के साथ ही रिक्शा और ई-रिक्शा वालों को भी इससे जोड़ा जाएगा और उनके अकाउंट में भी सहायता राशि भेजी जाएगी। सरकारी दफ्तरों में 50 प्रतिशत कर्मचारी भी कार्यरत होंगे। किसी कर्मचारी की छुट्टी के पैसे नहीं कटेंगे। उन्होंने लोगों से अपील की कि इस महा...

1020 अंक के अछाल के बाद 27000 के ऊपर पहुंचा सेंसेक्स

सोमवार को ऐतिहासिक गिरावट के बाद सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को बाजार में गिरावट का सिलसिला थम गया है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 1271.39 अंक यानी 4.89 फीसदी की बढ़त के साथ 27252.39 के स्तर पर खुला। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 47 अंक यानी 5.48 फीसदी की बढ़त के साथ 8027.25 के स्तर पर खुला। इसके थोड़ी ही देर बाद सेंसेक्स 1454 की तेजी पर कारोबार कर रहा था। शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का सिलसिला लगातार जारी है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था को सहारा के देने के लिए अमेरिकी फेडरल रिजर्व के असीमित बॉन्ड खरीद कार्यक्रम की घोषणा की, जिसके बाद घरेलू बाजार में तेजी आई। दूसरे एशियाई बाजारों में भी ऐसा ही रुख देखने को मिला। कारोबारियों का कहना है कि अमेरिका में मांग बढ़ने की संभावना से एशिया में निवेशकों की भावनाओं में सुधार हुआ।  कोरोना से प्रभावित हो रहा है बाजार मालूम हो कि कोरोना वायरस को चलते भारत समेत दुनियाभर के बाजारों में कई दिनों से गिरावट आ रही है। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले धीरे-धीरे बढ़ते ही जा रहे हैं। सोमवार को देश में 99 नए मामले...

पीएम मोदी कर सकते हैं बेलआउट पैकेज की जल्द हो सकती है घोषणा

कोरोना वायरस के कारण विभिन्न क्षेत्रों को लगे झटके के कारण अर्थव्यवस्था पर पड़े नकारात्मक असर को संभालने के लिए केंद्र सरकार जल्द बेलआउट पैकेज की घोषणा कर सकती है। बेलआउट पैकेज कितना हो, किन सेक्टरों को इस पैकेज का कितना हिस्सा मिले और इसके मापदंड क्या हों, इस पर सरकार में शीर्ष स्तर पर लगातार माथापच्ची हो रही है। सरकार द्वारा गठित कोविड-19 इकोनॉमिक रेस्पोंस टास्क फोर्स में भी बेल आउट पैकेज देने पर सैद्धांतिक सहमति है। इस बीच उद्योग जगत और सेलिब्रिटियों से दान के लिए पीएम अपील कर सकते हैं।   सरकार के सूत्रों के मुताबिक बेलआउट पैकेज की घोषणा कभी भी हो सकती है। विभिन्न क्षेत्रों को संकट से उबारने के लिए टास्क फोर्स की रिपोर्ट से सरकार भी सहमत है। फिलहाल बेल आउट पैकेज की रकम और कोरोना के कारण ज्यादा से ज्यादा  नुकसान झेलने वाले क्षेत्रों का अध्ययन किया जा रहा है। वित्त मंत्री पहले ही कह चुकी हैं कि कोरोना के खिलाफ जंग के लिए कॉरपोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी माना जाएगा। मदद की अपील संभव दुनिया के देशों के इतर भारत में उद्योगपति और सेलिब्रिटी मदद के लिए आगे नहीं आए हैं। अब तक वेदांता ...

कोरोना वायरस पर भारत की ओर से किए जा रहे प्रयास को अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कि सराहा

कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामले के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि कोरोना के प्रसार पर रोक लगाने के लिए भारत को अपनी आक्रामक कार्रवाई जारी रखनी चाहिए. भारत में कोरोना के 499 मामले सामने आए हैं और इसके प्रसार को रोकने के लिए 548 जिलों में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है. कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए भारत की ओर से उठाए गए कदम पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के कार्यकारी निदेशक माइकल जे रेयान ने कहा कि भारत चीन जैसा बेहद घनी आबादी वाला देश है और इन घनी आबादी वाले देशों में जो कुछ होता है उससे ज्यादा हद तक कोरोना वायरस का भविष्य निर्धारित होगा. उन्होंने आगे कहा कि यह वास्तव में बेहद महत्वपूर्ण है कि भारत सार्वजनिक स्वास्थ्य स्तर पर अपनी आक्रामक कार्रवाई जारी रखे. माइकल जे रेयान ने कहा कि भारत ने साइलेंट कीलर कही जाने वाली 2 गंभीर बीमारियों (स्मॉल पॉक्स और पोलियो) के उन्मूलन में दुनिया की अगुवाई की. भारत में जबरदस्त क्षमता है, सभी देशों में भी जबरदस्त क्षमता है कि वे अपने समुदायों और नागरिक समाजों को एकत्र करें. पूरी दुनिया में हो सीजफायरः UN दूसरी ओर, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंट...

गर्मी और नमी से कम हो सकता है कोरोना का प्रभाव

कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामले और रोजाना हो रही मौतों के बीच एक राहत भरी खबर आई है। एक नए अध्ययन के मुताबिक बढ़ते तापमान और मौसम में नमी के कारण कोरोना के बढ़ते प्रभाव को कम किया जा सकता है। बेइहांग और सिंघुआ विश्वविद्यालय द्वारा चीन के सौ गर्म शहरों में किए गए इस अध्ययन में पाया गया है कि ज्यादा गर्मी या नमी से कोरोना को खत्म तो नहीं किया जा सकता है लेकिन इसके तेजी से फैलने पर अंकुश जरूर लगाया जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक जैसे ही 100 चीनी शहरों में तापमान बढ़ा, कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की औसत संख्या 2.5 से गिरकर 1.5 से गिर गई। दिसंबर के महीने में कोरोना के चीन में उभरने के बाद से, इस वायरस ने दुनियाभर में ठंड के मौसम में 350,000 से अधिक लोगों को प्रभावित किया है। फरवरी के महीने में चीन में यह महामारी अपने चरम पर पहुंच गई थी और एक ही दिन में 15,000 से अधिक मामले दर्ज किए गये थे। वहीं अब वहां मौसम में बदलाव के बाद से मामलों में गिरावट दर्ज की जा रही है। चीन के वुहान शहर जहां से यह वायरस फैलना शुरू हुआ था, अब वहां से एक भी नए मामले सामने नहीं आए हैं। कोरोना को लेकर अमेरिकी राष्ट...

शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने मानी जनता कर्फ्यू की अपील

दुनियाभर के कई देशों में कहर बरपा रहे जानलेवा कोरोना वायरस से अब भारत भी जूझ रहा है. देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. जानलेवा कोरोना वायरस (Coronavirus) को मात देने के लिए भारत सरकार ने जनता कर्फ्यू को एक हथियार की तरह इस्तेमाल किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर आज यानी 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू का पालन किया जा रहा है. जनता कर्फ्यू के तहत लोगों से घर से बाहर ना निकलने की अपील की गई है. राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग (Shaheen Bagh) इलाके में करीब 100 दिन से नागरिकता संशोधन कानून (CAA), नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (NRC) और नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (NPR) को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओं में कोरोना वायरस को लेकर डर नहीं है. हालांकि, आज सरकार की अपील पर जनता कर्फ्यू का पालन करते हुए प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शनस्थल पर ना जुटने का फैसला किया है. सांकेतिक धरना प्रदर्शन जारी जनता कर्फ्यू (Janata Curfew) के दौरान प्रदर्शनकारियों का प्रतीकात्मक धरना प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने प्रदर्शनस्थल पर मौजूदगी दर्ज कर...

वर्क फ्रॉम होम और अधिक इस्तेमाल से बढ़ा दबाव,धीमी हुई इंटरनेट की रफ्तार

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सामाजिक दूरियां बढ़ने और वर्क फ्रॉम होम अपनाए जाने से इंटरनेट की रफ्तार धीमी हो गई। रविवार को दिल्ली-एनसीआर के शहरों में सुबह से ही इंटरनेट की रफ्तार धीमी रही। अधिकतर सरकारी और निजी दफ्तरों के कर्मियों के काम को पूरा करने के लिए इंटरनेट ही मुख्य साधन होने की वजह से इसका सर्वाधिक असर इंटरनेट सेवाओं पर दिखने लगा है। निजी कंपनियों के लिए काम करने वाले कर्मियों के वर्क फ्रॉम होम पर होने की वजह से भी इंटरनेट पर लोड बढ़ता गया। देश भर में बदल रहे माहौल के कारण भी जरूरी सूचनाएं हासिल करने वाले उपभोक्ता भी लगातार मोबाइल स्ट्रीमिंग और सर्फिंग कर रहे हैं।  मुहिम का इंटरनेट पर भी असर तमाम अग्रणी कंपनियों सहित एमएनसी में कार्यरत कमियों और सरकारी दफ्तरों की तरफ से भी कर्मियों को राहत देते हुए वर्क फ्रॉम होम (घर से काम करने की सुविधा) दी गई है। इस दौरान कार्य प्रभावित न हो इसलिए घरों में रहकर भी पूरी दुनिया से जुड़ने के लिए मुख्य साधन इंटरनेट सेवाओं पर असर पड़ रहा है।